
ओंस की बूंदों से भी प्यारी हैं, मेरी बहना,
गुलाब की पंखुड़ियों से भी नाजुक है, मेरी बहना।
आंसमा से उतारी कोई राजकुमारी हैं,
सच कहू तो मेरे आँखों की राजदुलारी हैं, मेरी बहना।
कभी लगती है दादी अम्मा,
तो कभी दाततीं, जैसे हो मेरी मम्मा।
कभी गुस्सा हो रूठ जाती,
तो कभी प्यार से पास बुलाती,
कभी तप - तप आंसू बहती,
तो कभी मंद - मंद ही मुस्काती।
दिल की बड़ी ही नेक है, सच कहू
तो मेरी बहना लाखों में एक हैं।
दर्द हो जो उसे कभी, टूट जाता हूँ मैं,
खुशी में उसके, फूला नहीं समाता हूँ मैं।
आँखें नम ना हो तेरी कभी,
चलते रहे हमारा प्यार यूँ ही।
दुआं माँग, करता हूँ रब से ये पुकार,
मिले हर जन्म में मेरी बहना मुझे, हर बार, बार बार।।।
मिले हर जन्म में मेरी बहना मुझे,
ReplyDeletesunder....